Aaj ke Samay mein Delhi ki halat Dekhte hue Delhi ke maujuda CM Mr Arvind Kejriwal ne Delhi mein Diwali per patakhe chalane ke liye rok Laga Di Hai.
2020 mein coronavirus aane ke bad Diwali per patakhe Har Bar bahan ho rahe hain aur aise hi chalta Raha to lag raha hai ki Delhi mein Diwali Nahin Mana Payenge
भारत की राजधानी दिल्ली में अरविंद केजरीवाल नहीं ने इस दिवाली पटाखों पर बैन लगा दिया है और पटाखे जलाने पर बच्चे को तथा उसके परिवार वालों को 6 महीने तक की जेल और ₹10000 तक का जुर्माना हो सकता है.
इन सब को संभालने और देखरेख के लिए दिल्ली सरकार ने 400 कमेटियां बनाई है जो दिल्ली में कोई पटाखे ना जलाएं इसका देखरेख करेंगे
अगर हम दिल्ली में प्रदूषण के बारे में जानकारी प्राप्त करें तो दिल्ली में सिर्फ 1 या 2 दिन 5 से 10% प्रदूषण ही पटाखों से होता है यह मात्र एक दिन या 24 से 48 घंटे के लिए होता है.
लेकिन दूसरी तरफ अगर हम दिल्ली में होने वाले प्रदूषण का प्रमुख कारण देखें तो दिल्ली का सबसे ज्यादा प्रदूषण दिल्ली में कचरा के बड़े-बड़े ढेरों तथा दिल्ली में यातायात के कारण होता है.
सरकार दिल्ली में यातायात पर कोई प्रबंध नहीं लगा रही तथा ना कि वह दिल्ली के बाहर लगे हुए बहुत बड़े कचरे के ढेर को हटा पा रही है वह सिर्फ पटाखों पर एक या 2 दिन के लिए प्रतिबंध लगाकर अपने काम से भागने का प्रयास कर रही है.
अगर हम दिल्ली की राजनीति के अनुसार दिल्ली के बारे में जाने तो हमें देखेगा कि बहुत से लोग फ्री बिजली तथा पानी के चक्कर में बहुत कुछ दांव पर लगा रहे हैं अरविंद केजरीवाल जी जितना पैसा अपनी एडवर्टाइजमेंट करवाने के लिए खर्च करते हैं उसका 20% पैसा agar दिल्ली में सफाई तथा यातायात पर कुछ प्रतिबंध लगाकर थोड़ा प्रदूषण पर ध्यान दें तो उनको किसी भी प्रकार की धार्मिक भावनाओं को आहत करने की जरूरत नहीं पड़ेगी.
अगर हम देखें कि कैसे दिल्ली के अंदर बहुत सारी जगहों पर पटाखों की फैक्ट्रियां हैं तथा कितने लोग पटाखे तथा उनसे जुड़ी चीजें भेज कर अपना भरण पोषण कर रहे हैं तो यह संख्या अच्छी खासी है.